• तीनताल में सरल तत्कार ( ठाह, दुगुन और चौगुन की लयों में)
• ततकार की तिहाईयां हस्तक सहित |
• कथक में विभिन्न प्रकार के चक्करों का ज्ञान |
• हस्तको का ज्ञान एंवम कथक नृत्य में उनका प्रयोग |
• तीनताल में ठाट |
• तीनताल में आमद |
• तीनताल में साधारण तोड़े एंवम तिहतियां
• तीनताल, झपताल, दादरा, कहरवा तालों के ठेकों को हाथ
से ताली खाली देते हुए ठाह और दुगुन में पढ़ने का अभ्यास |
• दादरा और कहरवा तालो में आधुनिक नृत्य |
• ततकार, तोड़ो एवम तिहाईयों को हाथ से ताली देकर ठाह तथा दुगुन में बोलना ।
• कथक से सम्बंधित संगीत पर नृत्य ।
• लोकनृत्यों के बारे में जानकारी एवम कुछ लोकनृत्य |
• निम्नलिखित परिभाषिक शब्दो का ज्ञान:-
• नृत्य, कथक नृत्य, तत्कार, ठाट, सलामी, आमद, तोडा, ताल, लय, लय के प्रकार (विलम्बित, मध्य, द्रुत), मात्रा, आवर्तन, ठेका, सम, ताली (भरी), तिहाई तथा हस्तक खाली (फांक), ठाह, दुगुन तथा चौगुन,
• संगीत तथा भारत को दो मुख्य संगीत पद्धतियों की व्याख्या ।
• ततकार, तालों के ठेके तथा तोडों को भातखंडे अथवा विष्णु दिगम्बर ताल – पद्धति में लिखने को ज्ञान ।
• तीनताल, झपताल, दादरा तथा कहरवा तालों का पूर्ण परिचय |